• P(A) + P(A’) = 1, जहाँ A कोई घटना हैं तथा A’ इसकी पूरक घटना हैं.
  • घटना के अनुकूल संयोगानुपात E = P(E) : P(E’)
  • घटना के प्रतिकूल संयोगानुपात E = P(E’) : P(E)
  • यदि घटना के अनुकूल संयोगानुपात = a : b
    तो P(E) = a/(a +b)
  • यदि घटना E का प्रतिकूल संयोगानुपात = a : b
    तो P(E) = b/(a + b)
  • P(E) + P(E’) = 1
  • यदि किसी प्रतिदर्श समष्टि S में A, B तथा C तीन घटनाएं हो, तो
    P(A∪B∪C) = P(A) + P(B) + P(C) – P(A∩B) – P(B∩C) – (A∩C) + P(A∩B∩C)