समान्तर श्रेढ़ी: एक ऐसा अनुक्रम या श्रेणी है जिसमे प्रथम पद के अतिरिक्त प्रत्येक पद उससे पूर्व पद में एक निश्चित संख्या जोड़ने या घटाने पर प्राप्त होता है।

जैसे: a1, a2, a3, a4, a5, a6……an

AP के प्रथम पद को a1, दुसरे पद को a2, …… nवें पद को an तथा सार्व अंतर को d से व्यक्त करते है।

प्रथम पद में d जोड़कर AP प्राप्त किया जा सकता है।

जैसे: a, a + d, a + 2d, a + 3d, ….. आदि।

nवाँ पद, an = a – (n-1)d

A.P के प्रथम nपदों का योग

sn = n/2(2a + (n-1)d)

अर्थात sn = n/2(a + an) या sn = n/2(a + l), जहाँ, a = प्रथम पद, अंतिम पद है।