Chapter 5: कार्य, उर्जा तथा शक्ति

1. 
कार्य का S.I. मात्रक है।

2. 
यदि किसी पिण्ड का संवेग दोगुना कर दिया जाए, तो उसकी गतिज ऊर्जा हो जायेगी-

3. 
एक मशीन 200 जूल कार्य 8 सेकण्ड में करती है। मशीन की सामर्थ्य होगी-

4. 
कार्य एवं सामर्थ्य में सम्बन्ध होता है।

5. 
किलोवाट-घण्टा मात्रक है।

6. 
एक ब्लॉक जिसका द्रव्यमान 5 kg है एक रुक्ष क्षैतिज तल पर रखा है। यदि संपर्क सतहों के बीच घर्षण गुणांक 0.2 हो और ब्लॉक को 25 N के क्षैतिज बल द्वारा 10m की दूरी से खिसकाया जाए तो ब्लॉक द्वारा प्राप्त गतिज ऊर्जा होगी

7. 
आदर्श स्प्रिंग का बल-नियतांक K है ब्लॉक को विराम से मुक्त करने पर स्प्रिंग में महत्तम प्रसार होगा

8. 
दो पिण्डों की प्रत्यास्थ टक्कर में-

9. 
एक भारोत्तोलक (weight lifter) 300 kg का भार 3s में जमीन से 2m की ऊँचाई तक उठा लेता है। उसके द्वारा वाट में उत्पन्न औसत शक्ति है

10. 
दो ब्लॉक A तथा B के लिए अनुपात होगा MA mp 4 तथा (KE) A = (KE) B, तो उनके रैखिक संवेग का