Chapter-9 : साखियाँ एवं सबद Leave a Comment / By Kartik Mahato / September 7, 2023 1. कबीर के अनुसार किसके द्वारा मुक्ति मिलती है ? मन धन तन तीर्थ स्थल None 2. कबीर के अनुसार ईश्वर को कहाँ पाया जा सकता है ? मंदिर में सब स्वाँसों की स्वाँस में वैरागी में मस्जिद में None 3. कबीर के दूसरे सबद ( पद ) में किसके महत्त्व का वर्णन हुआ है ? आँधी के वर्षा के ज्ञान के अज्ञान के None 4. कबीर की साखियों में किसका महत्त्व बताया गया है ? घृणा का ईर्ष्या का प्रेम का अपकर्म का None 5. मनुष्य ईश्वर को कहाँ नहीं ढूँढ़ता है ? मंदिर में क्रिया कर्म में मसजिद में खेल के मैदान में None 6. कबीर किस ब्रह्म के उपासक थे ? निर्गुण सगुण साकार वैष्णव None 7. कबीर की रचनाओं का प्रामाणिक ग्रंथ कौन माना जाता है ? बीजक रमैनी सबद साखी None 8. मनुष्य किसको ढूँढ़ता फिरता है ? शांति वैराग्य ईश्वर आत्मा None 9. किसको ‘ सब स्वाँसों की स्वाँस में कहा गया है ? मनुष्य को ईश्वर को असुर को पशु को None 10. ” मानसरोवर सुभर जल , हंसा केलि कराहिं ” में ‘ हंस ‘ प्रतीक है ? मोती का पक्षी का भक्त – हृदय का जल का None 11. 'सूर्य' को कबीर ने किसकी संज्ञा दी है? प्रेम की। भक्त की। ज्ञान की। वैभव की| None 12. कबीर किसका आनंद लेना चाहते हैं? धन का मुक्ति का शिक्षा का भोजन का None 13. कबीर के लिए 'ह्दय' किसके समान है? मानसरोवर मुक्ता मुकताफल हंसा None 14. दो सच्चे प्रभु-प्रेमी के मिलने से क्या होता है? पाप पुण्य में बदल जाते हैं| वासनाएँ नष्ट हो जाती हैं| मन पवित्र हो जाता है| उपर्युक्त सभी None 15. कबीर किसे खोजने निकलते हैं? सच्चे प्रभु-प्रेमी को ज्ञानी को ईश्वर को मानसरोवर को None 16. हरि-भजन के लिए किस भावना का होना आवश्यक है? संघर्ष निंदा निष्पक्ष सांप्रदायिकता None 17. कबीर के अनुसार किससे दूर रहने वाला मनुष्य जीवित कहलाता है? सांप्रदायिक भेदभाव से छल से झूठ से ईश्वर से None 18. मनुष्य की श्रेष्ठता किसके कारण होती है? धन के कारण ऊँचे कर्मों के कारण उच्च कुल के कारण धर्म के कारण None 19. दोहे में मनुष्यों को किन कर्मों से बचने की प्रेरणा दी गई है? बुरे कर्मों से नीच कर्मों से अच्छे कर्मों से सच्चे कर्मों से None 20. प्रभु-साधक को किसकी परवाह किए बिना साधना पथ पर बढ़ते जाना चाहिए? अपनों की लोकनिंदा की मुश्किलों की पाप पुण्य की None 1 out of 2 Time's up