Chapter-10 : वाख

1. 
” वाख ” कविता में ‘ माझी ‘ किसे कहा गया है ?

2. 
‘ वाख ‘ कविता के कवि कौन है ?

3. 
ललद्यद किस भाषा की कवयित्री हैं

4. 
” थल – थल में बसता है शिव ही ” – यह पंक्ति किस कविता की – है ?

5. 
ललद्यद की काव्य – शैली को कहा गया है –

6. 
” रस्सी कच्चे धागे की , खींच रही मैं नाव । ” यह किस कविता की पंक्ति है ?

7. 
‘वाख’ किसे कहते हैं?

8. 
किससे न मिलने के कारण कवयित्री के मन में ‘हूक’ उठ रही है?

9. 
कवयित्री कच्चे धागे की रस्सी किसे कहती हैं?

10. 
कवयित्री हिंदू और मुसलमान दोनों को किसकी आराधना करने के लिए प्रेरित करती हैं?

11. 
किसे जानने के बाद ही परमात्मा का बोध हो सकता है?

12. 
ईश्वर के लिए कवयित्री ने किन दो शब्दों का प्रयोग किया है?

13. 
किसे पहचानने के लिए आत्मज्ञान का होना आवश्यक है?

14. 
मनुष्य भोगों को भोग कर किसको नाश करता है?

15. 
कविता में कैसी जीवन-शैली अपनाते हुए प्रभु को पाने का भाव व्यक्त हुआ है?

16. 
भोग और त्याग के बीच के मार्ग को अपनाने वाले को क्या कहते हैं?

17. 
शिव कहाँ बसते हैं?

18. 
तपस्या का जीवन जीने से मनुष्य के मन में क्या पैदा होता है?

19. 
कविता में किन बंधनों से मुक्ति की बात की गई है?

20. 
'सुषुम्ना नाड़ी' का प्रयोग लेखिका ने किसे दर्शाने हेतु किया होगा?

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