परिचय

  • मानव जनन (Human Reproduction): मानव प्रजनन की प्रक्रिया जिसमें नर और मादा युग्मकों के संलयन से नया मानव जीवन उत्पन्न होता है।
  • इसमें दो प्रमुख चरण होते हैं: गैमेटोजेनेसिस (Gametogenesis) और प्रजनन (Reproduction)

युग्मकों का निर्माण (Gametogenesis)

  • नर युग्मक (Spermatozoa):
    • स्थान: वृषण (Testes)
    • प्रक्रिया: शुक्राणु निर्माण (Spermatogenesis) – वृषण में माईओसिस द्वारा शुक्राणुओं का निर्माण।
    • संरचना: प्रमुख अंग – हेड (Head), मिडपीस (Midpiece), और टेल (Tail)। हेड में नाभिक होता है, मिडपीस में माइटोकॉन्ड्रिया होते हैं और टेल तैरने में मदद करता है।
  • मादा युग्मक (Ova):
    • स्थान: अंडाशय (Ovary)
    • प्रक्रिया: अंडाणु निर्माण (Oogenesis) – अंडाशय में माईओसिस द्वारा अंडाणुओं का निर्माण।
    • संरचना: प्रमुख अंग – अंडाणु (Egg) और साइनल कोशिकाएँ (Accessory Cells)। अंडाणु में एक बड़ा नाभिक और साइटोप्लाज्म होता है।

पुरुष प्रजनन प्रणाली (Male Reproductive System)

  • मुख्य अंग:
    • वृषण (Testes): शुक्राणुओं का निर्माण और हार्मोन (टेस्टोस्टेरोन) का स्रावण।
    • उपवृषण (Epididymis): शुक्राणुओं का भंडारण और परिपक्वता।
    • शुक्रवाहिनी (Vas Deferens): शुक्राणुओं का स्थानांतरण।
    • वीर्यवाहिनी (Seminal Vesicles): वीर्य के तरल भाग का निर्माण।
    • प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland): वीर्य के तरल भाग को संशोधित करता है।
    • प्रीप्यूश (Penis): यौन संबंध के दौरान शुक्राणुओं का निषेचन।

महिला प्रजनन प्रणाली (Female Reproductive System)

  • मुख्य अंग:
    • अंडाशय (Ovaries): अंडाणुओं का निर्माण और हार्मोन (एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन) का स्रावण।
    • अंडवाहिनी (Fallopian Tubes): अंडाणु का स्थानांतरण और निषेचन।
    • गर्भाशय (Uterus): भ्रूण का विकास और पोषण।
    • योनि (Vagina): यौन संबंध और जन्म मार्ग।

मासिक धर्म चक्र (Menstrual Cycle)

  • चक्र के चरण:
    1. मासिक स्त्राव (Menstruation): पुराने गर्भाशय की आंतरिक परत का निष्कासन।
    2. फलिकुलर चरण (Follicular Phase): अंडाशय में अंडाणुओं की वृद्धि और हार्मोन का स्रावण।
    3. ओव्यूलेशन (Ovulation): अंडाणु का अंडाशय से बाहर आना और अंडवाहिनी में स्थानांतरण।
    4. ल्यूटियल चरण (Luteal Phase): गर्भाशय की आंतरिक परत का विकास और प्रोजेस्टेरोन का स्रावण।

निषेचन (Fertilization)

  • स्थान: अंडवाहिनी (Fallopian Tube)
  • प्रक्रिया:
    • शुक्राणु और अंडाणु का संलयन।
    • जीगोट (Zygote) का निर्माण।
    • जीगोट का विभाजन और भ्रूण का विकास।

गर्भाधान और भ्रूण विकास (Implantation and Embryo Development)

  • गर्भाधान (Implantation):
    • जीगोट का गर्भाशय की आंतरिक परत में प्रवेश और उसकी स्थापना।
  • भ्रूण विकास (Embryo Development):
    • भ्रूण का विकास विभिन्न अंगों का निर्माण।
    • ट्राइमेस्टर (Trimesters): गर्भावस्था को तीन भागों में बाँटा जाता है।

गर्भावस्था (Pregnancy)

  • धार्मिक चरण:
    • प्रथम त्रैमासिक (First Trimester): अंगों का निर्माण और प्राथमिक विकास।
    • द्वितीय त्रैमासिक (Second Trimester): अंगों का विकास और वृद्धि।
    • तृतीय त्रैमासिक (Third Trimester): भ्रूण का विकास और जन्म की तैयारी।

प्रसव (Parturition)

  • प्रक्रिया:
    • उत्तेजना (Labor): गर्भाशय संकुचन और प्रसव का प्रारंभ।
    • संचरण (Delivery): भ्रूण का गर्भाशय से बाहर आना।
    • नवजात देखभाल (Neonatal Care): नवजात शिशु की देखभाल और प्रारंभिक स्वास्थ्य जाँच।

हार्मोनल नियंत्रण

  • गैनेटिक्स (Genetics):
    • टेस्टोस्टेरोन (Testosterone): पुरुष लक्षण और शुक्राणु निर्माण।
    • एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्टेरोन (Progesterone): महिला प्रजनन प्रणाली और मासिक धर्म चक्र।

जनन के व्याधियाँ और समस्याएँ

  • प्रजनन संबंधित समस्याएँ:
    • अप्रजनन (Infertility): युग्मकों की कमी या समस्याएँ।
    • गर्भपात (Abortion): गर्भाधान के बाद भ्रूण का निष्कासन।
    • हार्मोनल असंतुलन: मासिक धर्म समस्याएँ, PCOS (Polycystic Ovary Syndrome)।