1. प्रत्यावर्ती धारा का ऊष्मीय प्रभाव प्रमुखत है – जूल ऊष्मन पेल्टियर ऊष्मन टॉमसन प्रभाव इनमें से कोई नहीं None 2. प्रतिघात का मात्रक होता है – ओम फैराडे एम्पेयर म्हो None 3. किसी LCR परिपथ में ऊर्जा का क्षय होता है? प्रेरक में प्रतिरोधक में धारित्र में इनमें से कोई नहीं None 4. निम्नलिखित में से किसके लिए संधारित्र अनंत प्रतिरोध की तरह कार्य करता है? DC AC DC तथा AC दोनों (इनमें से कोई नहीं) None 5. तप्त-तार आमीटर मापता है, प्रत्यावर्ती धारा का – उच्चतम मान औसत मान मूल औसत वर्ग धारा इनमें से कोई नहीं None 6. L-C परिपथ को कहा जाता है? दोलनी परिपथ अनुगामी परिपथ शैथिल्य परिपथ इनमें से कोई नहीं None 7. भारत में आपूर्ति की जा रही प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति है – 50 हर्ट्स 60 हर्ट्ज 100 हर्ट्स 220 हर्ट्स None 8. चोक कुण्डली का कार्य सिद्धान्त निम्न पर आधारित है – कोणीय संवेग संरक्षण स्वप्रेरण अन्योन्य प्रेरण संवेग संरक्षण None 9. प्रतिबाधा (Impedance) का S.I. मात्रक होता है? हेनरी ओम टेसला इनमें से कोई नहीं None 10. प्रत्यावर्ती धारा परिपथ के LCR श्रेणी संयोजन में वोल्टेज प्रत्येक L,C,R घटक में 50 वोल्ट है। वोल्टेज LC संयोजन के बीच होगा- 50 Volt 55 Volt 100 Volt 0 Volt None 11. प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में यदि धारा I एवं वोल्टेज के बीच कलान्तर हो तो धारा का वाटहीन घटक होगा : Icosα Isinα Itanα इनमें से कोई नहीं None 12. किसी प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में धारा एवं विभवान्तर के बीच कलान्तर θ है। तब शक्ति गुणांक होगा- cosθ sinθ tanθ इनमें से कोई नहीं None 13. एक उच्चायी परिमापित्र में कण्डलियों में फेरों की संख्या में प्रथांमक में N1 तथा द्वितीयक में N2 तक- N1 = N2 N1 > N2 N1 < N2 इनमें से कोई नहीं None 14. A.C. का समीकरण i = 50 sin (100t) है तो धारा की आवृत्ति होगी- 50 हर्टज 50 / π हर्टज 100π हर्टज 100 / π हर्टज None 15. यदि LCR परिपथ में L= 8.0 हेनरी, C = 0.5 μ, R = 100 Ω श्रेणीक्रम में हैं, तो अनुनादी आवृत्ति होगी- 600 रेडियन/सेकेण्ड 500 रेडियन/सेकेण्ड 600 हर्ट्स 500 हर्ट्स None 16. LCR परिपथ में धारिकत्व को C से बदलकर 4C कर दिया जाता है। समान अनुनादी आवृत्ति के लिए प्रेरकत्व को L से बदलकर होना चाहिए। 2L L / 2 L / 4 4L None 17. अपचायी ट्रान्सफॉर्मर बढ़ाता है – धारा वोल्टता वाटता इनमें से कोई नहीं None 18. संधारित्र का शक्ति गुणांक लगभग है- 90° 1 180° 0 None 19. प्रत्यावर्ती धारा का ऊष्मीय प्रभाव प्रमुखतः है – जूल ऊष्मन पेल्टियर ऊष्मन टॉमसन प्रभाव इनमें से कोई नहीं None 20. एक प्रत्यावर्ती विधुत धारा का समीकरण I = 0.6 sin 100πt से निरूपित है। विधुत धारा की आवृत्ति है – 50 π 50 100π 100 None Time's up