1. ‘पानी की कहानी’ पाठ के लेखक हैं? रामचंद्र तिवारी नरोत्तम दास प्रेमचंद सूरदास None 2. लेखक की कलाई से हथेली पर आकर बूँद के कितने कण हो गए थे? तीन दो चार पाँच None 3. पेड़ से गिरने वाली बूँद लेखक को निम्नलिखित में से कैसी लगी? सोने-सी हीरे-सी चाँदी-सी मोती-सी None 4. लेखक के हाथ पर बेर की झाड़ी से क्या गिरा? मोती-सी एक बूँद बेर का पत्ता बर्फ के टुकड़ा पत्ता None 5. बूँद तीन दिन तक कहाँ दु;ख भोगती रही? बूँद तीन दिन तक कहाँ दु;ख भोगती रही? जाल में फंसकर पत्तियों पर वायुमंडल में फंसकर तने और पत्तियों के बीच फंसकर None 6. बूँद को बाहर निकलने का रास्ता कहाँ से मिला? पत्तियों के छिद्र से जड़ के रोयें से तने के छिद्र से फूलों की पंखुड़ियों से None 7. बूँद प्रारंभिक अवस्था में किस रूप में थी? बर्फ के रूप में सागर के रूप में वाष्प के रूप में पानी रूप में None 8. निरा नमक कहाँ भरा हुआ है? पानी में कुंए में तालाब में समुद्र में None 9. बूँद के हथेली पर पड़ते ही लेखक को किस तरह की ध्वनि सुनाई पड़ी? वीणा के तारों-सी गिटार के तारों-सी सितार के तारों-सी वायलिन के तारों-सी None 10. ‘साँसत’ शब्द का अर्थ ______ है? सहारा सांस कष्ट इनमें से कोई नही None 11. सितार के तारों सी झंकार कहाँ-से उत्पन्न हुई थी? सितार से पानी बूंद से बादल से None 12. लेखक के हाथ पर बेर की झाड़ी से क्या गिरा? बेर पत्ता पानी की बूंद टहनी का एक टुकड़ा None 13. प्रकाश-पिंड कैसा दिखाई पड़ रहा था? अत्यंत चमकदार कम चमकीला बहुत धुंधला प्रकाश से हीन None 14. समुद्र का भाग कौन बन चुकी थी? नदियाँ मछलियाँ जल में रहने वाले पेड़ पौधे पानी की बूंद None 15. पृथ्वी के भीतर खोखले स्थान तक पहुँचने में बूंद को कितनी दूर चलना पड़ा? थोड़ी दूर कई मील दूर एक मील दूर दो मील दूर None 16. पिंड किसकी ओर तेज़ी से बढ़ रहा था? सूर्य की ओर चंद्रमा की ओर आकाश की ओर चारों ओर None 17. लेखक और पाठ का नाम बताइए एक बूंद – रामचंद्र तिवारी पानी की बूंद – पी. साईनाथ पानी की कहानी – रामचंद्र तिवारी पानी और कहानी – पी. साईनाथ None 18. बूंद को किसके समान बताया गया है? बेर के मोती के ओस के पानी के None 19. बूंद कहाँ ठहर गई ? कलाई पर हथेली पर बेरी की झाड़ पर पत्ते पर None 20. बूंद के कितने कण हो गए? चार तीन दो पाँच None 1 out of 2 Time's up