1. कवि ने गाँव को हरता जन मन ‘ कहा है क्योंकि – गाँव का सौंदर्य उसके मन को अपनी ओर खींच लेता है गाँव में जन – मन को हरने वाले होते हैं गाँवों में रोज पूजा – पाठ होती है गाँवों में लोग बसना नहीं चाहते हैं None 2. ” ग्रामश्री ” कविता में कवि ने किसे ” हरता जन – मन ” कहा है ? गाँव को शहर को मुहल्ला को पहाड़ों को None 3. ‘ ग्राम श्री ‘ कविता में किस ऋतु का वर्णन हुआ है ? ग्रीष्म ऋतु वर्षा ऋतु शरद ऋतु शिशिर ऋतु None 4. ” ग्रामश्री ” कविता के कवि कौन हैं ? रसखान राजेश जोशी कबीर सुमित्रानंदन पंत None 5. ‘ प्रकृति का सुकुमार कवि ‘ किन्हें कहा जाता है ? सुमित्रानंदन पंत माखनलाल चतुर्वेदी राजेश जोशी रसखन None 6. ग्राम श्री ‘ का निम्न में से सही अर्थ है – अथवा , ‘ ग्राम श्री ‘ का वास्तविक अर्थ क्या होगा ? गाँव के महाशय ( शोभा ) गाँव की जमीन गाँव के कोई भद्रपुरुष गाँव का सौंदर्य None 7. ” ग्राम श्री ” कविता में ‘ छीमियाँ किसे कहा गया है ? मटर को सेम को फरसबीन को बोरी को None 8. खेतों में दूर तक कैसी हरियाली फैली हुई है ? मखमल जैसी कोमल रूई जैसी कोमल सुनहली सुनहरी None 9. कवि ने ‘ मरकत डिब्बे सा खुला ‘ किसको कहा है ? पहाड़ को पठार को गाँव को शहर को None 10. सरसों के फूलों से कैसी गंध आ रही है तलाक्त खट्टी-खट्टी मीठी-मीठी रोमांचित कर देने वाली None 11. कवि ने अलसी की कली को कैसा बताया है? पन्ने जैसी नीलम जैसी सोने जैसी पुखराज जैसी None 12. आम मंजरी कैसी लग रही है। नीलम जैसी मरकत जैसी पुखराज जैसी रजत स्वर्ण जैसी None 13. टमाटर के लिए कविता में किस विशेषण का प्रयोग किया है? मोटा मखमली लाल मखमली व लाल दोनों None 14. वसुधा गेहूँ और जौ की बालियों को उगाकर क्या प्रकट कर रही है? रोमांच दुःख सादगी ख़ुशी None 15. ‘ग्राम श्री’ कविता में ओस को कैसा बताया गया मोती के समान सोने के समान जाली के समान हरे रक्त के समान None 16. खेतों में हरियाली कैसी लग रही है? चौंदी जैसी सोने जैसी मखमल जैसी मरकत जैसी None 17. कौन-सी रचना ‘पंत’ ही नहीं है स्वर्ण-लता स्वर्ण-किरण स्वर्ण-धूलि गुंजन None 18. सुमित्रानंदन पंत की किस रचना पर उन्हें भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला? ग्रंथि ग्राम्या चिदंबरा युगांत None 19. उन्हें किस रचना पर सोवियत लैंड पुरस्कार दिया गया? स्वर्ण चूलि लोकायतन स्वर्ण किरण पल्लव None 20. पतझड़ आने से आम की पेड़ की डालियाँ किनसे लद गई हैं? मंजरियों से फूलों से फलों से पक्षियों से None 1 out of 2 Time's up