1. ‘ प्रेमचंद के फटे जूते ‘ पाठ में ‘ टीले ‘ शब्द का प्रयोग किस संदर्भ को इंगित करने के लिए किया गया होगा ? नदी के बहाव को रोकने के लिए शोषण , अन्याय , छुआछूत , जाति – पाँति आदि बुराइयों के लिए ऐसा पत्थर जो कभी न टूटे समाज में फैले शान – शौकत के लिए None 2. इनमें से हास्य – व्यंग्य ( प्रेमचंद के फटे जूते ) के रचनाकार कौन हैं ? प्रेमचन्द हरिशंकर परसाई चपला देवी महादेवी वर्मा None 3. ” तुम पर्दे का महत्व ही नहीं जानते , हम पर्दे पर कुर्बान हो रहे हैं । ” यह पंक्ति किस पाठ का है मेरे बचपन के दिन प्रेमचंद के फटे जूते साँवले सपनों की याद ल्हासा की ओर None 4. प्रेमचंद का एक क्या लेखक को मिला है ? डायरी फोटो खत किताब None 5. इनमें से कौन – सी रचना प्रेमचंद की है ? चिड़िया की बच्ची आकाशदीप पूस की रात वापसी None 6. कौन फोटो के महत्व को नहीं समझते थे ? हरिशंकर परसाई हजारी प्रसाद द्विवेदी प्रेमचंद महादेवी वर्मा None 7. ‘ हरिशंकर परसाई ‘ लिखित पाठ का नाम है – प्रेमचंद के फटे जूते साँवले सपनों की याद मेरे बचपन के दिन दो बैलों की कथा None 8. ” प्रेमचंद के फटे जूते ” किस प्रकार का पाठ है ? कहानी व्यंग्यात्मक निबंध यात्रा– वृत्तांत एकांकी None 9. इनमें से कौन – सी रचना प्रेमचंद की नहीं है ? गोदान चिड़िया की बच्ची पूस की रात ईदगाह None 10. ” यह मुसकान नहीं , इसमें उपहास है , व्यंग्य है । ” यह पंक्ति किस पाठ की है ? प्रेमचंद के फटे जूते मेरे बचपन के दिन दो बैलों की कथा ल्हासा की ओर None 11. ” तुम फोटो का महत्त्व नहीं समझते । ” यह पंक्ति किस पाठ का है ? ल्हासा की ओर प्रेमचंद के फटे जूते दो बैलों की कथा मेरे बचपन के दिन None 12. ” तुम्हारी यह व्यंग्य – मुसकान मेरे हौसले पस्त कर देती है । ” यह पंक्ति किस पाठ का है ? ल्हासा की ओर साँवले सपनों की याद प्रेमचंद के फटे जूते मेरे बचपन के दिन None 13. ” जिनके देखे दुख उपजत है , तिनको करबो परै सलाम । पंक्ति किस पाठ का है ? प्रेमचंद के फटे जूते साँवले सपनों की याद दो बैलों की कथा ल्हासा की ओर None 14. प्रेमचंद जी हिंदी के सुप्रसिद्ध _________है लेखक गायक अध्यापक कोई अन्य None 15. प्रेमचंद जी का जीवन कैसा था? दुखों से भरा सुख से भरा अभावों से भरा इनमें से कोई नहीं None 16. ‘प्रेमचंद के फटे जूते’ पाठ में लेखक ने प्रेमचंद का कैसा चित्रण किया है? बनावटी अतिशयोक्तिपूर्ण चित्रण व्यंग्य चित्रण यथार्थ चित्रण None 17. इस पाठ के लेखक ‘हरिशंकर परसाई’ बार-बार एक ही प्रश्न के बारे में सोचते हैं, वह प्रश्न किसके बारे में है? स्वयं लेखक के प्रेमचंद जी के इस समाज के इनमें से कोई नहीं None 18. इस पाठ के अनुसार कैसे लोग व्यक्तित्व सच्चाई और सादगी को अपनाने वाले हैं? लेखक जैसे प्रेमचंद जैसे कोई अन्य इनमें से कोई नहीं None 19. लेखक ने इस पाठ में भक्ति काल के किस कवि का वर्णन किया है। सूरदास कुंभन दास रैदास कबीरदास None 20. ‘उपहास’ शब्द में उपसर्ग बताइए? उत् उप हास्य हास None Time's up