सिमोन उराँव

☞ इनका जन्म वर्ष 1932 में रांची के निकट एक खाकसी नामक गाँव में हुआ था।

☞ इन्होंने जल संरक्षण एवं पर्यावरण की रक्षा करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया, इसलिए ये जलपुरुष के नाम से भी प्रसिद्ध हुए उनका प्रसिद्ध नारा है ‘ आदमी बनना है, तो जमीन से लड़ो ‘ अर्थात् जमीन में मेहनत करो।

☞ उन्होंने गाय घाट तथा देशाउली बाँध का निर्माण कराया, जिससे खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिलता रहे। सिमोन उराँव को पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्ष 2016 में पद्मश्री सम्मान दिया गया।