Chapter-2: स्थिरवैधुत विभव तथा धारिता

1. 
किसी विभवमापी की संवेदनशीलता को बढ़ाने के लिए –

2. 
किसी संधारित्र की धारिता व्युत्क्रमानुपाती होती है –

3. 
किसी विद्युतीय क्षेत्र में चालक को रखने पर उसके अन्दर विद्युतीय क्षेत्र का मान-

4. 
किसी सूक्ष्म विद्युत द्विध्रुव के मध्य बिन्दु से बहुत दूर ‘r’ दूरी पर विद्युत विभव समानुपाती होता है –

5. 
यदि संधारित्र की प्लेटों के बीच धातु की एक छड घुसा दी जाय तो उसकी धारिता हो जाएगी –

6. 
एक समविभवी तल के एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक ले जाने में आवेश पर क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य होगा –

7. 
यदि दो आवेशों की दूरी बढ़ा दी जाये तो आवेशों के विद्युतीय स्थितिज ऊर्जा का मान

8. 
विद्युत् क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक होता है?

9. 
अलग-अलग त्रिज्याओं के दो गोलों पर समान आवेश दिये जाते हैं तो विभव होगा –

10. 
समानान्तर प्लेट संधारित्र के प्लेटों के बीच परावैद्युत पदार्थ डालने पर संधारित्र की धारिता –