Chapter-4: दीवानों की हस्ती Leave a Comment / By Kartik Mahato / September 3, 2023 1. ‘दीवानों की हस्ती’ कविता के कवि का नाम __ है। भगवतीचरण वर्मा रामधारी सिंह ‘दिनकर’ रामदरश मिश्र सूर्यकांत त्रिपाठी निराला None 2. दीवानों के साथ-साथ क्या चलता है? धन दर्द मस्ती का आलम स्वार्थ None 3. धूल उड़ाकर चलने का अर्थ होगा? निश्चित होकर चलना हाथों से धूल उड़ाना मुंह से धूल उड़ाना मस्ती में डूबकर चलना None 4. दीवाने अपने हृदय पर कैसी निशानी ले जाते हैं? प्रसन्नता निराशा असफलता सफलता None 5. भिखमंगों की दुनिया किस प्रकार की है ? भिखमंगे अजीब होते हैं भिखमंगे बहुत विचित्र होते हैं भिखमंगे दया नहीं करते भिखमंगे लेना जानते हैं, देना नहीं None 6. दीवाने संसार को क्या लुटाते हैं? धन ज्ञान प्यार ममता None 7. मनमौजी व्यक्ति किस ओर चलता है ? जहाँ उसका मन होता है वहाँ उतर की ओर पूरब की ओर जिधर सभी लोग गए हों None 8. ‘स्वच्छंद’ शब्द का क्या अर्थ है? गौरव स्वतंत्र बड़ा अपना छंद None 9. दीवानों का हृदय कैसा होता है? भावुक संवेदनशील कठोर संवेदनशील व भावुक None 10. ‘आबाद’ शब्द का क्या अर्थ है? प्यार बसना मुराद भाग्य None 11. इस कविता में किसकी हस्ती की बात कही गई है? कवि की दीवानों की आम लोगों की सभी की None 12. मस्ती भरा जीवन जीने वाले लोगों के बीच क्या बन जाते हैं ? आदर्श शोक मेहमान उल्लास None 13. वे संसार से कैसा भाव रखते हैं? मैत्रीभाव का ईर्ष्या भाव का समान भाव का भावुकता से भरा भाव None 14. बलि-वीरों के मन में बलि होने की चाहत किसके लिए है? परिवार के लिए राज्य के लिए देश के लिए अपने-आप के लिए None 15. सुख-दुख में कौन-सा समास है? तत्पुरुष द्विगु वंद्व कर्मधारय None 16. यह दुनिया किनकी है? भिखमंगों की दीवानों की कवि की सभी की None 17. दीवानों को क्या पछतावा है? भिखमंगे बनने का स्वच्छंद प्यार लुटाने का लोगों को मस्त न बना पाने का कोई नहीं None 18. कवि के अनुसार कैसा जीवन अच्छा होता है ? हर समय पढ़ते रहना बंधनहीन वैभवपूर्ण गरीवी का जीवन None 19. ‘हम दीवानों की क्या हस्ती’ पाठ में दीवानों से कवि का क्या अभिप्राय है ? किसी के प्रेम में सब कुछ भूल जाने वाला पागल मस्तमौला फकीर None 20. दीवानों का आना कैसा होता है ? दुःखदायी उल्लास से पूर्ण कष्टकारक शुभ None 1 out of 2 Time's up