आनुवंशिकता (Heredity) और जैव विकास (Evolution) जीव विज्ञान के दो महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं। आनुवंशिकता उन लक्षणों के संचरण को संदर्भित करती है जो माता-पिता से संतानों में जाते हैं, जबकि जैव विकास से अभिप्राय उन परिवर्तनों से है जो जीवों में समय के साथ उत्पन्न होते हैं।

1. आनुवंशिकता (Heredity)

आनुवंशिकता वह प्रक्रिया है जिसमें माता-पिता के गुण संतानों में स्थानांतरित होते हैं।

  • ग्रेगर मेंडल के प्रयोग (Gregor Mendel’s Experiments):
    • मटर के पौधों पर प्रयोग किए।
    • मूलभूत अवधारणाएँ:
      • विकल्पी लक्षण (Contrasting Traits): जैसे लंबा और बौना पौधा।
      • समान रूप (Homogeneous) और विषम रूप (Heterogeneous): एक ही लक्षण के विभिन्न रूप।
    • मॉनोहाइब्रिड संकरण (Monohybrid Cross):
      • F1 पीढ़ी: सभी पौधे एक जैसे।
      • F2 पीढ़ी: 3:1 के अनुपात में लक्षण।
    • डायहाइब्रिड संकरण (Dihybrid Cross):
      • 9:3:3:1 के अनुपात में लक्षण।
  • डी.एन.ए. और गुणसूत्र (DNA and Chromosomes):
    • डी.एन.ए. आनुवंशिक जानकारी का वहन करता है।
    • गुणसूत्र डी.एन.ए. के तंतु होते हैं।
    • जीन गुणसूत्रों के खंड होते हैं जो विशिष्ट लक्षण नियंत्रित करते हैं।

2. जैव विकास (Evolution)

जैव विकास जीवों के समय के साथ परिवर्तन को संदर्भित करता है।

  • विकास के प्रमाण (Evidence of Evolution):
    • जीवाश्म (Fossils): अतीत के जीवों के अवशेष।
    • अनुरूपता संरचनाएँ (Homologous Structures): समान संरचना, विभिन्न कार्य।
    • समान रूपता संरचनाएँ (Analogous Structures): विभिन्न संरचना, समान कार्य।
    • वेस्टिजियल अंग (Vestigial Organs): बिना उपयोग के अंग।
  • चार्ल्स डार्विन का प्राकृतिक चयन सिद्धांत (Charles Darwin’s Theory of Natural Selection):
    • जीवों में परिवर्तन अनुकूलन के कारण होता है।
    • जो जीव अपने पर्यावरण में बेहतर अनुकूलित होते हैं, वे जीवित रहते हैं और प्रजनन करते हैं।
    • यह प्रक्रिया समय के साथ नई प्रजातियों के विकास की ओर ले जाती है।

3. आनुवंशिकता और जैव विकास के सिद्धांत

  • मैंडल के सिद्धांत:
    • समानता का सिद्धांत (Law of Segregation): प्रत्येक गुणसूत्र जोड़ी में से एक जीन संतानों में जाता है।
    • स्वतंत्र वर्गीकरण का सिद्धांत (Law of Independent Assortment): जीन स्वतंत्र रूप से संतानों में जाते हैं।
  • जैव विकास के सिद्धांत:
    • प्राकृतिक चयन (Natural Selection): अनुकूल लक्षणों का चयन।
    • विकास का प्रमाण (Evidence of Evolution): जैव रासायनिक, शारीरिक और आनुवंशिक प्रमाण।
    • जैविक विविधता (Biological Diversity): जीवों में विविधता के कारण।

4. मानव विकास (Human Evolution)

मानव विकास का अध्ययन हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कहाँ से आए हैं और हमारे पूर्वज कौन थे।

  • मानव के पूर्वज (Ancestors of Humans):
    • ऑस्ट्रेलोपिथेकस (Australopithecus): प्रारंभिक मानव।
    • होमो हैबिलिस (Homo Habilis): ‘हैण्डी मैन’।
    • होमो इरेक्टस (Homo Erectus): ‘अप-राइट मैन’।
    • होमो निएंडरथलेंसिस (Homo Neanderthalensis): निएंडरथल मानव।
    • होमो सेपियंस (Homo Sapiens): आधुनिक मानव।