परिचय

  • पृथ्वी पर जीवन की विविधता अत्यधिक है और इसमें कई प्रकार के जीव शामिल हैं।
  • जीवों को उनकी संरचनाओं, कार्यों और विकासवादी संबंधों में समानताओं और भिन्नताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।

जीवों का वर्गीकरण

  • वर्गीकरण (Classification): समानताओं और भिन्नताओं के आधार पर जीवों को समूहों में संगठित करने की प्रक्रिया।
  • टैक्सोनॉमी (Taxonomy): जीवों के वर्गीकरण और नामकरण से संबंधित जीवविज्ञान की शाखा।
  • वर्गीकरण का पदानुक्रम (Hierarchy of Classification):
    • डोमेन (Domain)
    • किंगडम (Kingdom)
    • संघ (Phylum)
    • वर्ग (Class)
    • क्रम (Order)
    • कुल (Family)
    • वंश (Genus)
    • प्रजाति (Species)

पाँच किंगडम वर्गीकरण प्रणाली

  1. मोनेरा (Monera):
    • विशेषताएँ: बिना नाभिक (प्रोकैरियोट्स) वाले एककोशीय जीव। इसमें बैक्टीरिया और सायनोबैक्टीरिया शामिल हैं।
    • उदाहरण: ईशेरीशिया कोलाई, सायनोबैक्टीरिया।
  2. प्रोटिस्टा (Protista):
    • विशेषताएँ: मुख्यतः एककोशीय यूकैरियोट्स। इनमें परिभाषित नाभिक होता है और ये अक्सर जलीय होते हैं।
    • उदाहरण: अमीबा, पैरामीशियम, यूगलीना।
  3. फंजाई (Fungi):
    • विशेषताएँ: बहुकोशीय या एककोशीय यूकैरियोट्स जिनकी कोशिका भित्ति काइटिन से बनी होती है। ये अवशोषण द्वारा पोषक तत्व प्राप्त करते हैं।
    • उदाहरण: यीस्ट, फफूंद, मशरूम।
  4. प्लांटे (Plantae):
    • विशेषताएँ: बहुकोशीय यूकैरियोट्स जिनकी कोशिका भित्ति सेलूलोज से बनी होती है। ये प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन तैयार करते हैं।
    • उदाहरण: फर्न, जिम्नोस्पर्म (जैसे पाइन के पेड़), एंजियोस्पर्म (जैसे गुलाब, आम)।
  5. ऐनिमेलिया (Animalia):
    • विशेषताएँ: बहुकोशीय यूकैरियोट्स जिनकी कोशिका भित्ति नहीं होती। ये परजीवी होते हैं और पोषक तत्वों को निगलने से प्राप्त करते हैं।
    • उदाहरण: अरीय (जैसे स्पंज, कीट), कशेरुकी (जैसे मछली, स्तनधारी)।

पादप किंगडम का वर्गीकरण

  • शैवाल (Algae):
    • विशेषताएँ: सरल, स्वपोषी पौधे जो मुख्यतः जलीय पर्यावरण में पाए जाते हैं। ये एककोशीय या बहुकोशीय हो सकते हैं।
    • उदाहरण: हरी शैवाल (जैसे स्पिरोगायरा), भूरे शैवाल (जैसे सर्गैसम)।
  • ब्रायोफाइट्स (Bryophytes):
    • विशेषताएँ: गैर-वाहिकीय पौधे जिनमें सच्ची जड़ें, तने या पत्तियाँ नहीं होतीं। ये आमतौर पर नम पर्यावरण में पाए जाते हैं।
    • उदाहरण: काई (मॉस), लीवरवर्ट्स।
  • प्टेरिडोफाइट्स (Pteridophytes):
    • विशेषताएँ: वाहिकीय पौधे जिनमें सच्ची जड़ें, तने और पत्तियाँ होती हैं। ये बीजाणुओं द्वारा प्रजनन करते हैं।
    • उदाहरण: फर्न, हर्सटेल्स।
  • जिम्नोस्पर्म्स (Gymnosperms):
    • विशेषताएँ: वाहिकीय पौधे जिनमें नग्न बीज होते हैं जो फलों में संलग्न नहीं होते। इनमें शंकु द्वारा प्रजनन होता है।
    • उदाहरण: कोनिफर्स (जैसे पाइन, सीडर)।
  • एंजियोस्पर्म्स (Angiosperms):
    • विशेषताएँ: पुष्पीय पौधे जिनमें बीज फलों में संलग्न होते हैं। ये पौधों का सबसे विविध समूह है।
    • उदाहरण: मोनोकॉट्स (जैसे घास, लिली), डिकॉट्स (जैसे गुलाब, बीन्स)।

जंतु किंगडम का वर्गीकरण

  • अकशेरुकी (Invertebrates):
    • विशेषताएँ: ऐसे जीव जिनमें रीढ़ की हड्डी नहीं होती। इसमें आर्थ्रोपोड्स, मोलस्क्स, और एनिलिड्स जैसे विभिन्न समूह शामिल हैं।
    • उदाहरण: कीट (जैसे तितलियाँ), मोलस्क्स (जैसे घोंघा), एनिलिड्स (जैसे केंचुए)।
  • कशेरुकी (Vertebrates):
    • विशेषताएँ: ऐसे जीव जिनमें रीढ़ की हड्डी होती है। इसमें मछलियों, उभयचर, सरीसृप, पक्षी, और स्तनधारी शामिल हैं।
    • उदाहरण:
      • मछली (Fish): सैलमन, गोल्डफिश।
      • उभयचर (Amphibians): मेढक, सैलामैंडर।
      • सरीसृप (Reptiles): साँप, छिपकली।
      • पक्षी (Birds): चील, गौरैया।
      • स्तनधारी (Mammals): मानव, बाघ।

जैव विविधता और संरक्षण

  • जैव विविधता (Biodiversity): किसी दिए गए क्षेत्र में जीवन के रूपों की विविधता, जिसमें आनुवंशिक, प्रजातीय, और पारिस्थितिक विविधता शामिल है।
  • जैव विविधता का महत्त्व (Importance of Biodiversity): पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता बनाए रखता है, मानव के लिए संसाधन प्रदान करता है, और प्रकृति के संतुलन में योगदान देता है।
  • संरक्षण (Conservation): जैव विविधता की रक्षा और संरक्षण के प्रयास जैसे कि आवास संरक्षण, संसाधनों का स्थायी उपयोग, और संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना।