तत्वों का वर्गीकरण रसायनशास्त्र के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है। यह तत्वों को उनकी भौतिक और रासायनिक गुणों के आधार पर विभिन्न समूहों में विभाजित करता है।
1. प्राचीन वर्गीकरण
- चार तत्वों का सिद्धांत: प्राचीन काल में, तत्वों को चार मुख्य तत्वों में विभाजित किया गया था:
- पृथ्वी (Earth)
- पानी (Water)
- आग (Fire)
- हवा (Air)
2. डाल्टन का तत्वों का वर्गीकरण
- अणु सिद्धांत: जॉन डाल्टन ने तत्वों को अणुओं के आधार पर वर्गीकृत किया। उन्होंने यह प्रस्तावित किया कि सभी पदार्थ अणुओं से बने होते हैं और विभिन्न तत्वों के अणु भिन्न होते हैं।
3. मेंडलीव का आवर्त सारणी (Periodic Table)
- आवर्त सारणी (Periodic Table): डिमिट्री मेंडलीव ने 1869 में तत्वों को उनके आरोही क्रम के आधार पर वर्गीकृत किया। उन्होंने आवर्त सारणी की रचना की, जो तत्वों के गुणों और उनके परमाणु भार पर आधारित है।
- विशेषताएँ:
- आवर्त (Periods): सारणी में क्षैतिज पंक्तियाँ (rows) आवर्त कहलाती हैं। प्रत्येक आवर्त में तत्वों की विशेषताएँ बदलती हैं।
- गण (Groups): सारणी में ऊर्ध्वाधर स्तंभ (columns) गण कहलाते हैं। एक ही गण में स्थित तत्वों में समान रासायनिक गुण होते हैं।
- मेटल्स और नॉन-मेटल्स: मेंडलीव ने तत्वों को धातु (metals) और अधातु (non-metals) के रूप में वर्गीकृत किया।
4. मॉसले के आवर्त सारणी (Modern Periodic Table)
- एच. मोसले द्वारा: 1913 में, मोसले ने आवर्त सारणी को परमाणु संख्या के आधार पर पुनर्गठित किया।
- विशेषताएँ:
- आवर्त (Periods): 7 आवर्त होते हैं।
- गण (Groups): 18 गण होते हैं।
- ब्लॉक (Blocks): तत्वों को s-ब्लॉक, p-ब्लॉक, d-ब्लॉक, और f-ब्लॉक में विभाजित किया गया।
5. आवर्तीय गुणधर्म
- धातु (Metals):
- विद्युत और ऊष्मा के अच्छे चालक
- चमकदार और तन्य
- उच्च गलनांक और उबालनांक
- उदाहरण: सोना (Au), चांदी (Ag), लोहा (Fe)
- अधातु (Non-Metals):
- विद्युत और ऊष्मा के गरीब चालक
- भंगुर और बिना चमक के
- कम गलनांक और उबालनांक
- उदाहरण: कार्बन (C), ऑक्सीजन (O), सल्फर (S)
- धात्विक अधातु (Metalloids):
- धातु और अधातु के बीच के गुण होते हैं
- उदाहरण: सिलिकॉन (Si), बोरोन (B), आर्सेनिक (As)
6. आवर्त सारणी के प्रमुख भाग
- आयनों के गुण (Ionic Properties): तत्वों की आयन बनाने की प्रवृत्ति
- एलेक्ट्रोनिक विन्यास (Electronic Configuration): तत्वों का इलेक्ट्रॉन वितरण